आईआईटी एडमिशन 2025: पहली बार सीटों से ज़्यादा छात्रों को मिला प्रवेश
हाल के वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में तय सीटों से ज़्यादा छात्रों को दाख़िला मिला है। जॉइंट इम्प्लीमेंटेशन कमेटी (JIC) की रिपोर्ट 2025 के अनुसार, देशभर के 23 IITs में कुल स्वीकृत क्षमता 18,160 सीटों की थी, लेकिन अंतिम दौर में 18,188 छात्रों को प्रवेश दिया गया। यानी इस बार 28 छात्रों को अतिरिक्त दाख़िला मिला।

यह बढ़ोतरी खासतौर पर देश के टॉप IIT कैंपसों में दिखाई दी। उदाहरण के तौर पर –
- IIT बॉम्बे ने 1,360 सीटों के मुकाबले 1,364 छात्रों को एडमिशन दिया।
- IIT दिल्ली ने 1,239 की जगह 1,241 छात्रों को दाख़िला दिया।
- IIT खड़गपुर में 1,919 सीटों के बजाय 1,923 छात्रों को प्रवेश मिला।
- IIT कानपुर में 1,210 सीटों की तुलना में 1,215 छात्रों को एडमिशन मिला।
- IIT मद्रास ने 1,121 सीटों के मुकाबले 1,124 छात्रों को दाख़िला दिया।
हालाँकि, IIT (BHU) वाराणसी में तय 1,589 सीटों की जगह 1,588 छात्रों को ही प्रवेश मिला।
पूरी सीटें भरने के साथ-साथ ओवर-एडमिशन का ट्रेंड
इस बार का यह आंकड़ा IITs की क्षमता में लगातार हो रहे विस्तार की ओर इशारा करता है। पिछले साल 17,760 सीटों में से 17,695 सीटें भरी गई थीं, जबकि उससे पहले 17,385 सीटें उपलब्ध थीं। यानी हर साल सीटों की संख्या बढ़ रही है और एडमिशन लगभग पूरी तरह से भर रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि साल 2019 ही एकमात्र ऐसा वर्ष था जब सभी सीटें तो भरी गईं लेकिन तय क्षमता से ज़्यादा प्रवेश नहीं हुआ था।
