
केयर कॉलेज हरिद्वार सदैव सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों में अग्रणी रहा है। इसी कड़ी में कॉलेज के संरक्षण में मुस्कान फाउंडेशन एवं एम्स ऋषिकेश के सहयोग से नेत्र दान जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के सभागार में माँ सरस्वती जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। सभागार में उपस्थित हर व्यक्ति की आँखों में समाजसेवा और मानवीय करुणा का भाव स्पष्ट झलक रहा था।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे—
डॉ. इशिता चावला, जूनियर रेज़िडेंट, नेत्र विभाग, एम्स ऋषिकेश
श्री महिपाल चौहान, नर्सिंग ऑफिसर, एम्स ऋषिकेश
श्री संदीप जी
श्री ललित, एडवोकेट
श्रीमती नेहा मालिक, अध्यक्ष, मुस्कान फाउंडेशन, हरिद्वार
डॉ. राधिका नागरथ, मुस्कान फाउंडेशन
सभी अतिथियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए और यह समझाया कि नेत्र दान केवल दान ही नहीं, बल्कि जीवन को नई रोशनी देने का सबसे बड़ा उपहार है।
डॉ. इशिता चावला ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नेत्र दान की प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया और समाज में फैले भ्रांतियों को दूर करने का संदेश दिया।
श्री महिपाल चौहान ने भावुक होते हुए कहा कि “जब हम इस दुनिया से विदा लें तो हमारी आँखें किसी और की दुनिया को रोशन करें – इससे बड़ा पुण्य और क्या हो सकता है।”
वहीं, मुस्कान फाउंडेशन की अध्यक्ष सुश्री नेहा मालिक ने कहा कि “अंधकार से जूझ रहे लोगों को रोशनी देने का कार्य वास्तव में ईश्वर सेवा के समान है।”
डॉ. राधिका नागरथ ने इसे मानवीय कर्तव्य बताते हुए युवाओं से आगे आने का आह्वान किया।
एम्स से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने ‘नेत्र दान – महादान’ विषय पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला और उपस्थित छात्र-छात्राओं व गणमान्य नागरिकों को प्रेरित किया कि हर इंसान को अपने जीवन में इस संकल्प को अवश्य लेना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. कपिल राणा, प्राचार्य, पैरामेडिकल विभाग ने भावपूर्ण शब्दों में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा—
“आज का यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जागरूकता की लौ है। अगर हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि मृत्यु के बाद भी किसी की आँखों में प्रकाश बनेंगे, तो न जाने कितनी ज़िंदगियाँ बदल जाएँगी।”
पूरे कार्यक्रम में केयर कॉलेज के सभी आचार्य एवं सह निदेशक डॉ शुभांगिनी शर्मा जी व सभी छात्र छात्राओं की गरिमामई उपस्थित रही।
